डेढ़ रुपए किलो बिक रही है प्याज!
पूर्व कृषि मंत्री सचिन यादव ने की प्याज प्रोत्साहन योजना चलाने की मांग। रतलाम के किसानों ने लिखा पत्र
लॉकडाउन के चलते मुसीबत में फंसे मध्य प्रदेश के किसानों पर चौतरफा मार है। प्रदेश के प्याज-किसान अपनी फसल को बेहद कम दामों में बेचने पर मजबूर हैं। मध्य प्रदेश के पूर्व कृषि मंत्री सचिन यादव ने सरकार से प्याज़ प्रोत्साहन योजना लागू करने की मांग की है। रतलाम की जावरा मंडी में किसान की प्याज़ 1.50 रुपए किलो बिकने पर पूर्व कृषि मंत्री सचिन यादव ने कहा है कि इतने में किसान का मंडी आने जाने का खर्च भी नहीं निकलेगा प्याज़ का लागत मूल्य तो दूर की बात है। शिवराज सिंह को पूर्व सरकार की तरह मुख्यमंत्री प्याज़ प्रोत्साहन योजना लागू कर किसानों से प्याज़ क्रय करना चाहिए।
रतलाम के जावरा मंडी में प्याज 1.50 रू किलो बिकी मतलब 1 क्विंटल के मात्र 150 रू किसान को मिले, इसमें तो किसान को मंडी आने जाने का भाड़ा भी नहीं निकलेगा लागत मूल्य तो बहुत दूर की बात है, ऐसे में किसान फिर से भारी कर्ज के बोझ तले दबता चला जाएगा ।#शर्म_करो_शिवराज@ANI @PTI_News pic.twitter.com/eVioZjwzzt
— Sachin Yadav #StayHomeSaveLives (@SYadavMLA) May 9, 2020
यादव ने लिखा है कि रतलाम के जावरा मंडी में प्याज 1.50 रू किलो बिकी। मतलब 1 क्विंटल के मात्र 150 रू किसान को मिले। इसमें तो किसान को मंडी आने जाने का भाड़ा भी नहीं निकलेगा लागत मूल्य तो बहुत दूर की बात है। ऐसे में किसान फिर से भारी कर्ज के बोझ तले दबता चला जाएगा। प्रदेश के प्याज उत्पादक किसान सरकार की उदासीनता की वजह से गुस्से में है। हमारी सरकार ने "मुख्यमंत्री प्याज प्रोत्साहन योजना" के अंतर्गत किसानों से प्याज खरीदा था। मैं शिवराज जी से अनुरोध करता हूं कि वह इस संकट की घड़ी मे इस योजनांतर्गत प्याज क्रय कर किसानों को राहत प्रदान करें।
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वहीं, रतलाम के जिला पंचायत उपाध्यक्ष डीपी धाकड़ ने भी कृषि मंत्री कमल पटेल को पत्र लिखकर प्याज की खरीदी शासन स्तर से कराये जाने की मांग की है। अपने पत्र में धाकड़ ने कहा कोरोना की वजह से वारदाना नहीं मिल रहा। इसे किसान खुले में प्याज रखने पर मजबूर है। बार बार बारिश से फसल ख़राब हो रही है इसलिए जल्द से जल्द शासन उचित मूल्य पर प्याज खरीदे।