आदिवासी इलाके खनिजों और अन्य प्राकृतिक संसाधनों से भरपूर हैं। भारत के बड़े व्यापारिक घरानों की नज़र इन पर है। ग्राम सभाओं की असहमति, आदिवासियों के असहयोग और प्रतिरोध के लिए लड़ने वाले कई प्रगतिशील संगठन इस लूट के खिलाफ खड़े हैं, जबकि सरकार कॉरपोरेट हितों की रक्षा के लिए आगे आती है और प्रशासनिक रूप से इन विरोधों को दबाती है। Read More
MP Politics: यदि सबकुछ तय कार्यक्रम के अनुसार हुआ तो 1 जुलाई की शाम को बीजेपी कार्यालय में नए अध्यक्ष की घोषणा का जश्न मनेगा। संगठन की इन गतिविधियों के बीच एक सवाल उठ रहा है कि निर्वतमान अध्यक्ष वीडी शर्मा का अब क्या... Read More