रतन थियाम तो एक उम्मीद हैं। सब ख़त्म हो जाने के बावजूद नई शुरुआत तो उम्मीद से ही होती है। रतन थियाम कोई साधारण व्यक्ति, साधारण कलाकार नहीं थे। वे अपने आप में एक विचार थे, दर्शन थे, नाट्य निर्देशक थे, नाट्य लेखक थे, कवि थे, चित्रकार थे, दर्शक थे, अभिनेता थे, वे एक संत भी थे और गृहस्थ भी। वे सब कुछ थे और शायद कुछ भी नहीं। Read More
MP Politics: एक तरह से राजनीतिक संन्यास की घोषणा कर चुकी उमा भारती फिर पुराने तेवर में दिखीं। अंदाज और शब्द उतने ही तीखे। इस बार उनका निशाना अपनी ही पार्टी के दो पूर्व मुख्यमंत्री थे। उमा भारती का यह कदम राजनीतिक बदले... Read More