भाजपा सरकार ने सहकारिता आंदोलन को खत्म कर दिया है। जब मैं मुख्यमंत्री था, तो 100 प्रतिशत खाद का वितरण सोसाइटी से होता था। कोई समस्या नहीं आती थी। न ही... Read More
यदि गांधी को यह विश्वास हो जाता कि चुनाव आयोग ने ईवीएम धांधली की ओर से आँख मूंचकर नतीजे घोषित किए हैं तो यकीन मानिये कि वे जो विधायक चुनकर आए हैं, उनसे भी तुरंत इस्तीफ़ा दिलवा देते या अधिकतम यह “दया” करते कि विधानसभा की सदस्यता की शपथ दिलवा कर उनसे पहले ही सत्र में सामुहिक इस्तीफ़ा दिलवा देते। Read More
MP Politics: सोसाइटियों में खाद उपलब्ध नहीं है, जबकि बाजार में अधिक दामों पर ब्लैक में और नकली खाद मिल रहा है। किसान आखिर करे तो क्या करें? आखिर क्यों बीजेपी नेताओं को सलाह मिली है कि दिल्ली में डेरा डालो नहीं तो किसान... Read More